राजिंद्रा अस्पताल बनेगा ब्रेन स्ट्रोक (अधरंग) के इलाज के लिए हब : डॉ. बलबीर सिंह

राजिंद्रा अस्पताल बनेगा ब्रेन स्ट्रोक (अधरंग) के इलाज के लिए हब : डॉ. बलबीर सिंह

पटियाला, 24 जुलाई:
                   स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि ब्रेन स्ट्रोक (अधरंग) के मरीजों का तुरंत और बेहतर इलाज सुनिश्चित करने के लिए पटियाला के सरकारी राजिंद्रा अस्पताल को एक हब’ बनाया जाएगाजबकि आस-पास के चार जिलों को इसके स्पोक’ के रूप में जोड़ा जाएगा। डॉ. बलबीर सिंह आज श्री गुरु नानक देव जी सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ इस संबंध में रणनीति की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. आर.पी.एस. सिब्बिया और राजिंद्रा अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट विशाल चोपड़ा भी उपस्थित थे।

                   स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पटियाला पहले ही दिल के दौरे के इलाज के लिए एक हब है। आसपास के जिलों में अगर कोई मरीज दिल के दौरे का शिकार होता हैतो पहले स्पोक अस्पताल में ईसीजी और प्राथमिक उपचार दिया जाता हैफिर उसे हब अस्पताल भेजा जाता है। इस प्रणाली के लिए अब तक 700 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है और इससे 583 मरीजों की जान बचाई गई है।

                   उन्होंने बताया कि अब यही प्रणाली ब्रेन स्ट्रोक के इलाज के लिए शुरू की जा रही है। जो इलाज फोर्टिस या मैक्स जैसे निजी अस्पतालों में होता हैवही अब पटियाला में भी मुफ्त में उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार यूनिवर्सल हेल्थ इंश्योरेंस योजना ला रही है और प्राइमरीसेकेंडरी और टर्शियरी केयर को और मजबूत किया जा रहा है। इसके अलावा बोन मैरो ट्रांसप्लांट और गूंगे-बहरे बच्चों के इलाज के लिए भी नीति तैयार की गई हैजिसके तहत जन्म से गूंगे-बहरे बच्चों का कोक्लियर इंप्लांट द्वारा इलाज कर उन्हें बोलने और सुनने में सक्षम बनाया जाएगा। डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि आज विशेषज्ञों की टीम ने स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों पर भी चर्चा की।