रिश्वतखोरी के केस में भगौड़ा पटवारी विजिलेंस ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार
By NIRPAKH POST
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चंडीगढ़, 5 मार्चः
राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू अपनी मुहिम के दौरान पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने राजस्व क्षेत्र नवांशहर-1 में तैनात एक पटवारी विपन कुमार को गिरफ्तार किया है, जो रिश्वतखोरी के मुकदमे में तीन हफ्तों से फरार चल रहा था। इस केस में पटवारी के कारिंदे रामपाल को उसके (पटवारी) लिए 3,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू कर लिया गया था।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि यह मुकदमा एसबीएस नगर जिले के नवांशहर की नई आबादी क्षेत्र के एक निवासी की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो को आरोप लगाते हुए बताया कि उक्त पटवारी विपन कुमार ने उसके पैतृक घर का इन्तकाल दर्ज कराने के लिए 5,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। पटवारी के कहने के अनुसार, शिकायतकर्ता ने पटवारी के एजेंट रामपाल को 2,000 रुपये अडवांस अदा कर दिए थे। जब बाकी रकम के लिए और दबाव बनाया गया, तब शिकायतकर्ता ने मदद के लिए विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क किया।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि शिकायत की शुरुआती जांच के बाद, विजिलेंस ब्यूरो ने 14 फरवरी, 2025 को जाल बिछाया और रामपाल को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 3,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। इस दौरान पटवारी विपन कुमार गिरफ्तारी से बचते हुए मौके से भागने में सफल हो गया। तब से, विजिलेंस ब्यूरो द्वारा उसके घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की जा रही थी, जिस कारण उसे अंततः गिरफ्तार कर लिया गया।
इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो पुलिस थाना, जालंधर रेंज में दोनों मुलजिमों के खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के तहत केस दर्ज किया हुआ है। गिरफ्तार किए गए पटवारी का अदालत की तरफ से एक दिन का पुलिस रिमांड दे दिया गया है और इस मामले की आगामी जांच जारी है।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि यह मुकदमा एसबीएस नगर जिले के नवांशहर की नई आबादी क्षेत्र के एक निवासी की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था। शिकायतकर्ता ने विजिलेंस ब्यूरो को आरोप लगाते हुए बताया कि उक्त पटवारी विपन कुमार ने उसके पैतृक घर का इन्तकाल दर्ज कराने के लिए 5,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। पटवारी के कहने के अनुसार, शिकायतकर्ता ने पटवारी के एजेंट रामपाल को 2,000 रुपये अडवांस अदा कर दिए थे। जब बाकी रकम के लिए और दबाव बनाया गया, तब शिकायतकर्ता ने मदद के लिए विजिलेंस ब्यूरो से संपर्क किया।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि शिकायत की शुरुआती जांच के बाद, विजिलेंस ब्यूरो ने 14 फरवरी, 2025 को जाल बिछाया और रामपाल को दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता से 3,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। इस दौरान पटवारी विपन कुमार गिरफ्तारी से बचते हुए मौके से भागने में सफल हो गया। तब से, विजिलेंस ब्यूरो द्वारा उसके घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की जा रही थी, जिस कारण उसे अंततः गिरफ्तार कर लिया गया।
इस संबंध में विजिलेंस ब्यूरो पुलिस थाना, जालंधर रेंज में दोनों मुलजिमों के खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के तहत केस दर्ज किया हुआ है। गिरफ्तार किए गए पटवारी का अदालत की तरफ से एक दिन का पुलिस रिमांड दे दिया गया है और इस मामले की आगामी जांच जारी है।
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