तलवंडी साबो से आरंभ हुए शहीदी दिवस को समर्पित विशाल नगर कीर्तन के श्री आनंदपुर साहिब पहुँचने पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस, तरूनप्रीत सिंह सौंद और सांसद मलविंदर सिंह कंग ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया

तलवंडी साबो से आरंभ हुए शहीदी दिवस को समर्पित विशाल नगर कीर्तन के श्री आनंदपुर साहिब पहुँचने पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस, तरूनप्रीत सिंह सौंद और सांसद मलविंदर सिंह कंग ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया

*श्री आनंदपुर साहिब/चंडीगढ़, 22 नवंबर:*

हिंद की चादर, धर्म के रक्षक नौंवे पातशाह श्री गुरु तेग़ बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित 20 नवंबर को तलवंडी साबो से पूरे खालसाई  जाहो-जलाल के साथ आरंभ हुआ विशाल नगर कीर्तन आज श्री आनंदपुर साहिब पहुँच कर सम्पन्न हुआ। श्री आनंदपुर साहिब पहुँचने पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस, तरूनप्रीत सिंह सौंद और लोकसभा सदस्य मालविंदर सिंह कंग ने पुष्पवर्षा कर नगर कीर्तन का स्वागत किया।

फूलों से सजी सुंदर पालकी साहिब में सुशोभित जुगो-जुग अटल श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की छत्रछाया में तथा पाँच प्यारों एवं निशान साहिब की अगुआई में सजे इस नगर कीर्तन के ख़ालसा की जन्मभूमि श्री आनंदपुर साहिब पहुँचने पर रूपनगर ज़िला प्रशासन और संगत ने भी भव्य स्वागत किया।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने नगर कीर्तन में शामिल पाँच प्यारे साहिबान और पाँच निशानची साहिबान को सिरोपा भेंट किया।

नगर कीर्तन के तख्त श्री केसगढ़ साहिब में नतमस्तक होने के उपरांत कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस, तरूनप्रीत सिंह सौंद और लोकसभा सदस्य मालविंदर सिंह कंग ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब महाराज के स्वरूप को पूरे सत्कार सहित गुरुद्वारा श्री शीश गंज साहिब में स्थापित किया।

तलवंडी साबो से श्री आनंदपुर साहिब तक आए इस नगर कीर्तन में भाई रणजीत सिंह ढड्डरियाँ वाले के जत्थे के भाई गुरप्रीत सिंह एवं जत्थे, निहंग सिंह जत्थेबंदी शिरोमणि पंथ अकाली बुड्ढ़ा दल पाँचवां तख्त के मुखी जथेदार बाबा बलबीर सिंह 96 करोड़ी के जत्थे के बड़ी गिनती सिंहों सहित कई अन्य जत्थेबंदियों और संस्थाओं ने पूरा सहयोग दिया।

उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार द्वारा यह महान नगर कीर्तन समूह संगत के सहयोग से 20 नवंबर को तख्त श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो की पवित्र धरती पर गुरुद्वारा श्री बेर साहिब (देगसर) पातशाही 10वीं, छावनी बुड्ढ़ा दल पाँचवां तख्त से श्री आनंदपुर साहिब के लिए सजाया गया।

इस दौरान शहादत-ए-लो, धार्मिक कीर्तन, नगाड़ों की गूंज, गत्तके के जौहर और इतिहास दर्शाती एलईडी वैन संगत के विशेष आकर्षण का केंद्र बने। सभी ज़िलों , बठिंडा,