"पता होता तो भेजते ही नहीं" सास-ससुर से आशीर्वाद लेकर लंदन रवाना हुई थी खुशबू कंवर
अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे में अकाल मौत का शिकार हुई 21 साल की खुशबू कंवर राजपुरोहित का ससुराल पाली में है। वह 11 जून बुधवार को अपने सास-ससुर से आशावाद लेकर पिता और जेठ के साथ अहमदाबाद एयरपोर्ट गई थी। जहां से फ्लाइट लेकर लंदन जा रही थी। लेकिन प्लेन क्रैश होने से पति से मिलने का उसका सपना अधूरा रह गया।
इस हादसे से खुशबू कंवर के ससुराल और पीहर में मातम छाया हुआ है। सास-ससुर की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे है। कहते है कि पता होता कि हमारी बहू के साथ ऐसा हादसा हो जाएगा, तो लंदन भेजते ही नहीं।
18 जनवरी 2025 को जोधपुर जिले के खाराबेरा पुरोहितान हाल पाली निवासी 25 साल के विपुल सिंह पुत्र गजेन्द्रसिंह राजपुरोहित की शादी बोलातरा के पास अराबा गांव की रहने वाली 21 साल की खुशबू कंवर राजपुरोहित के साथ सामाजिक रीति-रिवाज के साथ हुई थी। शादी के बाद दोनों पति-पत्नी और उनके परिवार खुश थे।
दो महीने बाद विपुल वापस लंदन चले गए। वे लंदन के सरकारी हॉस्पिटल में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत है। लेकिन अपनी पत्नी खुशबू से वादा कर गए कि जल्द ही उसे लंदन बुला लेंगे। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। लंदन में पति से मिलने से पहले खुशबू की प्लेन क्रैश होने से दर्दनाक मौत हो गई। हादसे की खबर मिलते ही विपुल भी लंदन से फ्लाइट पकड़कर इंडिया के लिए रवाना हो गए।
मृतका खुशबू के ससुराल वाले मूल रूप से जोधपुर जिले के खाराबेरा पुरोहितान गांव के रहने वाले है, लेकिन पिछले करीब 30 सालों से पाली शहर के जवाहर नगर मंडिया रोड क्षेत्र में रह रहे है। खुशबू के ससुर गजेन्द्रसिंह राजपुरोहित पाली में कपड़ा व्यापारी है। उनके 2 बेटे और 2 बेटियां है।
लंदन जाने से पहले खुशबू 11 जून को पाली अपने पिता के साथ आई थी। यहां सास-ससुर से आशीर्वाद लेकर वह अपने जेठ और पिता के साथ अहमदाबाद के लिए शाम करीब छह बजे रवाना हुई थी और 12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए फ्लाइट पकड़ी थी।
हादसे के बाद गजेंन्द्रसिंह राजपुरोहित के परिवार को सांत्वना देने के लिए समाज के लोग, मोहल्लेवाले और जनप्रतिनिधि पहुंचे। पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख, पूर्व सभापति महेंद्र बोहरा, कांग्रेस नेता महावीरसिंह सुकरलाई, पूर्व पार्षद शिवराम जाट, रमेश परिहार, एडवोकेट महेंद्रसिंह राजपुरोहित, राजू तिवारी, शांतिलाल चौपड़ा सहित कई जने गजेंद्रसिंह के घर पहुंचे और हादसे को लेकर दुख जताकर उन्हें सांत्वना देते नजर आए।
खुशबू का जन्म 27 जून 2002 को हुआ था। और प्लेन क्रैश हादसा भी 12 जून 2025 को हुआ है। इस हादसे ने खुशबू के पीहर पक्ष और ससुराल पक्ष के लोगों को तोड़कर रख दिया। उन्हें अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि खुशबू अब नहीं रही। खुशबू की सास की आंखों से तो आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे।
प्लेन में उदयपुर के मार्बल व्यवसायी संजीव मोदी के बेटे शुभ और बेटी शुगन भी सवार थे। वे लंदन घूमने जा रहे थे। दोनों MBA करने के बाद पिता के बिजनेस संभाल रहे थे। दोनों का ननिहाल पाली के वीडी नगर में है। अहमदाबाद प्लेन क्रैश में अपने दोहिता-दोहिती शुभ-शुगन की मौत का समाचार सून पाली से उनके नाना पदम डागा का परिवार भी सदमे में आ गए। उनकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। यकीन नहीं हो रहा था कि उनके लाडले अब इस दुनिया में नहीं रहे। हादसे की खबर मिलते ही परिवार के कुछ सदस्य उदयपुर के लिए तो कुछ अहमदाबाद के लिए रवाना हुए।