नाबार्ड और केवीके द्वारा गांव पेदनी कलां में संयुक्त पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन
पेदनी कलां/संगरूर, 8 जुलाई (000) – पर्यावरण संरक्षण और सतत कृषि को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, नाबार्ड और कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) खेड़ी द्वारा वान महोत्सव के अवसर पर गांव पेदनी कलां में एक संयुक्त पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में स्थानीय किसानों और स्वयं सहायता समूहों (SHG) के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। गांव में नीम और लकड़ी देने वाले विभिन्न प्रकार के पौधे वितरित और रोपित किए गए।
डॉ. मनदीप सिंह, प्रभारी, केवीके ने कहा कि कृषि वानिकी और वृक्षारोपण मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने और कृषि आय बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। केवीके के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को मिट्टी के कटाव को रोकने, भूजल स्तर बढ़ाने और दीर्घकालिक कृषि उत्पादकता बनाए रखने में वृक्षारोपण के महत्व के बारे में जानकारी दी।
श्री मनीष गुप्ता, जिला विकास प्रबंधक, नाबार्ड ने जलवायु-स्थिर पहलों और सामुदायिक विकास के प्रति नाबार्ड की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। श्री संजीव अग्रवाल, लीड जिला प्रबंधक, संगरूर ने पौधों के संरक्षण और उनके विकास के लिए सामुदायिक भागीदारी को आवश्यक बताया। पेदनी कलां के सरपंच ने इस पहल की सराहना की और भविष्य की पीढ़ियों के कल्याण हेतु इस प्रकार के पर्यावरणीय कार्यक्रमों में ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी की अपील की।
कार्यक्रम का समापन गांववासियों द्वारा पौधों की सुरक्षा और पालन-पोषण के संकल्प के साथ किया गया।


