मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और अरविंद केजरीवाल ने गुरुद्वारा तख्त श्री केसगढ़ साहिब, गुरुद्वारा सीस गंज साहिब और गुरुद्वारा भोरा साहिब में माथा टेका

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और अरविंद केजरीवाल ने गुरुद्वारा तख्त श्री केसगढ़ साहिब, गुरुद्वारा सीस गंज साहिब और गुरुद्वारा भोरा साहिब में माथा टेका

श्री आनंदपुर साहिब, 24 नवम्बर

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज गुरुद्वारा तख्त श्री केसगढ़ साहिब, गुरुद्वारा सीस गंज साहिब और गुरुद्वारा भोरा साहिब में नतमस्तक होकर तीन तख्त साहिबान वाले शहरों को पवित्र शहरों का दर्जा देने के लिए शक्ति प्रदान करने पर अकाल पुरख का धन्यवाद किया।

अमृतसर शहर के अंदरूनी हिस्से, तलवंडी साबो और श्री आनंदपुर साहिब को आधिकारिक तौर पर पवित्र शहर घोषित करने का प्रस्ताव पारित होने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि इस महान कार्य को पूरा करने के लिए अकाल पुरख ने उन पर अपार कृपाएँ की हैं, जो मानवता के प्रति बहुत बड़ी सेवा है।

अरविंद केजरीवाल और भगवंत सिंह मान ने कहा कि वे वाहेगुरु का शुक्राना करने के लिए नतमस्तक होने आए हैं और ईश्वर ने उन्हें यह सम्मानजनक प्रयास करने के लिए रहमतें बख्शी हैं। उन्होंने कहा कि परमात्मा ने उन्हें ऐसा निर्णय लेने की शक्ति प्रदान की है, जिसके बारे में दशकों से किसी ने सोचा तक नहीं था।

मुख्यमंत्री और ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि राज्य सरकार का यह प्रयास हमारी महान सांस्कृतिक और समृद्ध विरासत को, ख़ास कर युवा पीढ़ियों के बीच, कायम रखने के लिए है ताकि वे अपनी जड़ों से जुड़े रह सकें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो कौमें अपने अतीत और विरासत को भूल जाती हैं, वे समय बीतने के साथ मिट जाती हैं।
अरविंद केजरीवाल और भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह हमारा सबका फ़र्ज़ बनता है कि हम अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को आने वाली पीढ़ियों के लिए सदा सुरक्षित रखें।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब सरकार का यह अनोखा प्रयास राज्य की भवन निर्माण कला, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को सुरक्षित रखने में बहुत मदद करेगा। उन्होंने कहा कि यह इन पवित्र शहरों के व्यापक विकास को सुनिश्चित करने में भी बहुत सहायक होगा, जो हमारी समृद्ध संस्कृति और विरासत के केंद्र हैं।

अरविंद केजरीवाल और भगवंत सिंह मान ने आशा प्रकट की कि यह निर्णय राज्य में मानवता के लिए एक प्रकाश स्तंभ का काम करेगा।