दिल्ली में एक बार कांपी धरती, जानें- साल 2025 में कब-कब आया भूकंप?

दिल्ली में एक बार कांपी धरती, जानें- साल 2025 में कब-कब आया भूकंप?

दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में आज एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.4 मापी गई और इसका केंद्र हरियाणा के झज्जर में रहा. झटके लगभग 10 सेकेंड तक महसूस किए गए, जिससे दिल्ली पहले से हो रही भारी बारिश और जलभराव की स्थिति के बीच सहम उठी. 

हालांकि, राहत की बात रही कि कहीं से भी जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है. हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद, जींद सहित उत्तर प्रदेश के नोएडा, मेरठ और बागपत तक झटके महसूस किए गए. ये भूकंप इस साल का तीसरा भूकंप है जिसने राजधानी क्षेत्र को झकझोरा है. इससे पहले भी दो बार दिल्ली कांप चुकी है.

इससे पहले कब-कब आया भूकंप?

इस साल का पहला भूकंप 17 फरवरी 2025 को सुबह 5:36 बजे दिल्ली-एनसीआर में आया था. भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई थी, जिसका केंद्र धौलाकुआं के पास दुर्गाबाई देशमुख कॉलेज ऑफ स्पेशल एजुकेशन के नजदीक 5 किलोमीटर की गहराई पर था. उस समय नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और बिहार के सीवान तक झटके महसूस किए गए थे. तेज गड़गड़ाहट की आवाज और जमीन हिलने से लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए थे.

दूसरा भूकंप 8 जून 2025 को रात 1:23 बजे आया, जिसकी तीव्रता 2.3 रिक्टर स्केल पर मापी गई थी. इसका केंद्र दक्षिण-पूर्व दिल्ली में था और गहराई 5 किलोमीटर थी. हालांकि यह हल्का झटका था, लेकिन यह साफ संकेत था कि दिल्ली-एनसीआर में भूकंपीय गतिविधियां बढ़ रही हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार आ रहे ये छोटे-छोटे भूकंप टेक्टोनिक प्लेटों के तनाव को दर्शाते हैं, जो भविष्य में बड़े भूकंप का संकेत भी हो सकते हैं.

दिल्ली में भूकंप आने की वजह

दिल्ली सिस्मिक ज़ोन IV में स्थित है, जो मध्यम से तीव्र भूकंप जोखिम वाला क्षेत्र माना जाता है. ऐसे में नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है. भूकंप के दौरान घबराने के बजाय सुरक्षित जगह जैसे खुले मैदान में जाना चाहिए और ऊंची या पुरानी इमारतों से दूर रहना चाहिए. आपात स्थिति में तुरंत 112 नंबर पर संपर्क करें. सरकार और आपदा प्रबंधन विभागों द्वारा समय-समय पर जारी की जा रही सुरक्षा सलाह का पालन करना बेहद जरूरी है.

Read also : 6 महीने से सड़ रही थी डेड बॉडी, पाकिस्तानी एक्ट्रेस की लाश पर लगे थे कीड़े

Related Posts