रणबीर कॉलेज संगरूर में पंजाब सखी शक्ति मेले की रौनकें शुरू
संगरूर, 26 नवम्बर:
संगरूर स्थित रणबीर कॉलेज में आज पंजाब और देश के अन्य राज्यों की महिला उद्यमियों एवं शिल्पकारों द्वारा निर्मित वस्तुओं को एक ही मंच पर प्रदर्शित करने तथा देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति और विरासत से परिचित कराने के उद्देश्य से "पंजाब सखी शक्ति मेला" का भव्य शुभारंभ हुआ।
यह मेला 30 नवम्बर तक चलेगा। इसका उद्घाटन करने के लिए विशेष रूप से पहुंचे डिप्टी कमिश्नर संगरूर राहुल चाबा और एस.एस.पी. सरताज सिंह चहल ने रिबन काटकर मेले की शुरुआत की। इस अवसर पर बीन वादकों और पारंपरिक लोक नृत्य कलाकारों ने ऊर्जावान प्रस्तुतियों के साथ अतिथियों का स्वागत किया।
डिप्टी कमिश्नर राहुल चाबा ने कहा कि पंजाब राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग तथा उद्योग और वाणिज्य विभाग, पंजाब द्वारा “पंजाब सखी शक्ति मेला – महिला उद्यमियों का सशक्तिकरण” संगरूर में आयोजित किया जाना जिले के लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि इस मेले में पंजाब के विभिन्न जिलों के साथ-साथ कश्मीर, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से भी उद्यमी अपने उत्पाद लेकर आए हैं। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार वस्तुओं की विशेष सराहना की।
डिप्टी कमिश्नर राहुल चाबा ने संगरूर और पंजाबवासियों से अपने परिवारों सहित मेले का आनंद लेने का आग्रह किया।
मेले में झूलों की विशेष व्यवस्था के साथ-साथ खाने-पीने की वस्तुओं के लिए एक बड़ा फूड कॉर्ट भी बनाया गया है। मेला प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शुरू होगा और शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। प्रवेश टिकट का मूल्य 10 रुपये रखा गया है, जबकि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए प्रवेश निःशुल्क है।
इस अवसर पर सांस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया।
एस.एस.पी. सरताज सिंह चहल ने कहा कि ऐसे मेले हमारी संस्कृति से जुड़ने का उत्कृष्ट माध्यम हैं। ये हमें हमारी समृद्ध विरासत से अवगत कराते हैं और एक ही स्थल पर पूरे देश की कला और संस्कृति को देखने का अवसर देते हैं। उन्होंने हर स्टॉल पर जाकर शिल्पकारों द्वारा तैयार वस्तुओं को देखा और खरीदारी भी की।
मेले के पहले दिन ही शिल्पकला से सजे विभिन्न स्टॉलों पर बड़ी संख्या में लोगों ने खरीदारी की। सरकारी स्कूलों के बच्चों ने लोक नृत्य प्रस्तुत कर वातावरण को उत्साहपूर्ण बना दिया।
इस अवसर पर मेले के नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) सुखचैन सिंह ने उद्घाटन के मौके पर पहुंचीं विभूतियों, विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों और शिल्पकारों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि मेले में लगभग 50 स्टॉल लगाए गए हैं, जहाँ विभिन्न शिल्पकला उत्पाद उपलब्ध हैं। साथ ही पाँचों दिनों तक शाम के समय लोक नृत्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे।


