अंबाला में टांगरी नदी ओवरफ्लो,17 रिहायशी क्षेत्रों में घुसा पानी

अंबाला में टांगरी नदी ओवरफ्लो,17 रिहायशी क्षेत्रों में घुसा पानी

पंजाब के 7 जिलों में बाढ़ है। आज और अगले तीन दिन तक और पानी बढ़ने का खतरा है। सुखना लेक के फ्लड गेट भी खोल दिए गए हैं जिससे घग्गर में वाटर लेवल बढ़ गया है। वहीं भाखड़ा के भी चार गेटों से सतलुज में पानी छोड़ा जा रहा है।

शुक्रवार सुबह से आर्मी बाढ़ में फंसे लोगों को हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू कर रही है। ड्रोन से राशन पहुंचाया जा रहा है। अमृतसर के अजनाला में लोग कंधों पर लादकर घर-घर राशन पहुंचा रहे हैं।

बाढ़ के कारण अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। 3 लोग मिसिंग हैं। मौसम विभाग चंडीगढ़ ने अगले तीन दिन के लिए जिला मोहाली, नवांशहर और होशियारपुर में बारिश काे लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। पठानकोट में यलो अलर्ट है।

पंजाब के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में 2 अक्टूबर तक ऑरेंज अलर्ट और हिमाचल प्रदेश में यलो अलर्ट जारी किया गया है। अगर फिर से जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में जमकर बादल बरसे तो उसका नुकसान सीधा पंजाब को उठाना पड़ सकता है।

गुरुवार (28 अगस्त) को राज्य में कहीं भी बारिश नहीं हुई थी। जिसके चलते रावी का जलस्तर कुछ कम हुआ है। जम्मू-कश्मीर में बाढ़ के कारण पंजाब से गुजरने वाली 38 ट्रेनें रद्द की गई हैं।

डैमों से छोड़े जा रहे पानी के कारण तीन दिन से पंजाब के 7 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। 250 से ज्यादा गांवों में 5 से 15 फीट तक पानी है। कई समाजसेवी वोट के जरिए लोगों को निकाल रहे हैं।

पंचकूला में रात को हुई बारिश से टांगरी नदी पर बना पुल टूट गया है। इसके बीच का हिस्सा बह गया है। एहतियात के तौर पर पुलिस ने वहां बैरिकेडिंग कर दी है और लोगों के वहां से आने-जाने पर रोक लगा दी गई है।

इसके अलावा मोरनी हिल्स इलाके में कई जगह लैंडस्लाइड हुआ है। जिस वजह से सड़कें बंद हो गई हैं। मोरनी हिल्स का पंचकूला शहर से संपर्क कट गया है।

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यमुनानगर में छछरौली के रायपुर गांव की राजकीय प्राथमिक पाठशाला में पानी भर गया। सुबह बच्चे स्कूल आए तो उन्हें उसी वक्त स्कूल में छुट्टी कर घर भेज दिया गया।

इस सीजन में सामान्य से 24 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। सबसे अधिक बारिश यमुनानगर में हुई है और यहां आंकड़ा 900 एमएम के करीब पहुंच चुका है, जबकि सिरसा में सबसे कम बारिश दर्ज हुई है।