फाजिल्का में "युद्ध नशे के विरुद्ध" अभियान के तहत नशा पीड़ितों को योग से जोड़ने की पहल*
फाजिल्का, 13मई
पंजाब सरकार की ओर से मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में चलाए जा रहे "युद्ध नशे के विरुद्ध" अभियान के अंतर्गत नशा छोड़ने के इच्छुक लोगों के लिए एक नई उम्मीद की किरण सामने आई है। नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ-साथ अब नशे की दलदल में फंसे युवाओं को इससे बाहर निकालने के लिए योग को एक अहम साधन के रूप में अपनाया गया है।
इस पहल के तहत "सी.एम. दी योगशाला" कार्यक्रम के अंतर्गत फाजिल्का जिले के विभिन्न नशा मुक्ति केंद्रों में योग कक्षाएं आरंभ की गई हैं। इन योग कक्षाओं का उद्देश्य नशा छोड़ने वालों को मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त बनाना है ताकि वे दोबारा एक सामान्य और खुशहाल जीवन जी सकें।
एस.डी.एम. तथा सी.एम. दी योगशाला अभियान के नोडल अधिकारी श्री कृष्ण पाल राजपूत ने जानकारी दी कि फाजिल्का के सिविल अस्पताल स्थित नशा छुड़ाओ और पुनर्वास केंद्र में योग कक्षाएं नियमित रूप से सुबह और शाम संचालित की जा रही हैं। इन सत्रों में भाग लेने वाले लोगों को योग, ध्यान, सूक्ष्म व्यायाम, हास्य, तालियां बजाना, योगासन और प्राणायाम का अभ्यास करवाया जा रहा है।
जिला कोऑर्डिनेटर राधे श्याम ने बताया कि प्रशिक्षित योग शिक्षकों की निगरानी में यह कार्यक्रम प्रतिदिन चलाया जा रहा है, जिससे मरीजों को नशा छोड़ने के बाद जीवन में संतुलन और सकारात्मकता हासिल करने में मदद मिल रही है।
इस तरह की पहल समाज को नशे के खिलाफ जागरूक और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, जो प्रदेश के युवाओं को नशे से दूर कर स्वस्थ जीवन की ओर अग्रसर करने में सहायक सिद्ध होगी।