चंडीगढ़ सुखना सेंचुरी समेत 5 इलाकों में होगा सर्वे
शहर के जंगलों में रहने वाले जानवरों और पक्षियों की सही जानकारी जुटाने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन इस साल अक्टूबर से वन्यजीव जनगणना शुरू करेगा। यह काम करीब 6 महीने में पूरा किया जाएगा। इससे पहले 2020-21 में केवल एक सर्वे किया गया था, लेकिन अब पहली बार पूरी तरह से जनगणना होगी। चंडीगढ़ सुखना सेंचुरी सहित 5 इलाकों में प्रशासन द्वारा जनगणना शुरू की जाएगी।
इसमें पता लगाया जाएगा कि कौन-से इलाके में कौन-से जानवर और पक्षी रहते हैं और उनकी संख्या कितनी है। यह जानकारी सुखना वाइल्डलाइफ सेंचुरी, सुखना चो रिजर्व फॉरेस्ट, पटियाला की राव, डड्डू माजरा और अन्य जंगलों से जुटाई जाएगी।
हर जानवर की प्रजाति और वह कहां रहता है, इसकी भी जानकारी जुटाई जाएगी। इसके अलावा चंडीगढ़ के जंगलों में और ज्यादा कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि जानवरों की हरकतों पर नजर रखी जा सके।
तेंदुआ कैमरे में आया था नजर पिछले साल लगे कैमरों में एक तेंदुआ नजर आया था, तभी से प्रशासन ने जंगलों में और कैमरे लगाने का फैसला किया है। अब नेपाली और कांसल जैसे इलाकों में भी कैमरे लगाए जाएंगे। पक्षियों की भी गिनती होगी इस जनगणना में पक्षियों की भी गिनती होगी, ताकि यह पता चल सके कि कौन-से पक्षी शहर के जंगलों में रहते हैं।
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सुखना वाइल्डलाइफ सेंचुरी – 2,610.99 हेक्टेयर
लेक रिजर्व फॉरेस्ट – 105.57 हेक्टेयर
सुखना चो रिजर्व फॉरेस्ट – 387.12 हेक्टेयर
पटियाला की राव – 136.19 हेक्टेयर
मनीमाजरा ईंट भट्ठा क्षेत्र – 5.53 हेक्टेयर
कुल जंगल का क्षेत्र – 3,245.30 हेक्टेयर


