कितने भारतीयों को विदेश में दी जा चुकी है फांसी? निमिषा प्रिया नहीं है पहला मामला

कितने भारतीयों को विदेश में दी जा चुकी है फांसी? निमिषा प्रिया नहीं है पहला मामला

यमन की राजधानी सना की एक जेल में भारत की 38 वर्षीय नर्स निमिषा प्रिया हर पल मौत का सामना कर रही हैं. यहां की अदालत ने उनके लिए 16 जुलाई को फांसी देने की तारीख तय कर दी है. अब दो दिन के बाद उनका जीवन खत्म हो जाएगा. वहीं केरल के सीएम पिनराई विजयन ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर केरल की नर्स की जान बचाने के लिए आग्रह किया है. निमिषा ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और वहां की अदालत ने उनको मौत की सजा सुना दी है. उसने इस फैसले को यमन की सर्वोच्च अदालत में चुनौती दी है, लेकिन उसकी अपील खारिज करते हुए मौत की सजा बरकरार रखी गई है. हालांकि विदेश में फांसी देने का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी तमाम भारतीयों की जिंदगी विदेश में खत्म हो चुकी है. चलिए उनके बारे में जानते हैं. 

अब तक कितने भारतीयों को विदेश में हुई फांसी

निमिषा प्रिया पहली भारतीय नहीं हैं, जिनको कि विदेश में मौत की सजा का सामना करना पड़ रहा है. मार्च 2025 में भारत सरकार ने संसद को बताया था कि दुनिया के आठ देशों में 49 भारतीय नागरिकों को मौत की सजा सुनाई गई है. सिर्फ संयुक्त अरब अमीरात में ही 25 भारतीय नागरिकों को यह सजा मिली है. विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह की मानें तो संयुक्त अरब अमीरात में 25, सऊदी अरब में 11, मलेशिया में छह, कुवैत में तीन और इंडोशिया, अमेरिका, कतर, यमन में एक-एक भारतीय यानि कि कुल 49 लोगों को मौत की जा हुई है और वे इसके अमल में होने का इंतजार कर रहे हैं. 

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किन जेलों में बंद है सबसे ज्यादा भारतीय

विदेश राज्य मंत्री के दिए बयान की मानें तो सबसे ज्यादा भारतीय जिन देश की जेलों में बंद हैं, उनमें सबसे आगे सऊदी अरब और यूएई हैं. यहां पर 2633 और 2518 कैदी जेल में बंद हैं. इसके बाद नेपाल का नंबर आता है, यहां पर 1317, कतर में 611, कुवैत में 387, मलेशिया में 338, पाकिस्तान में 266, चीन में 173, अमेरिका 169, ओमान में 148 और रूस व म्यांमार में 27-27 भारतीय नागरिक बंद हैं. 

यूएई में कितने भारतीयों को मिली फांसी

विदेश मंत्रालय की मानें तो कुवैत ने साल 2020 से अब तक 25 भारतीय नागरिकों को मृत्युदंड दिया है. इसके अलावा सऊदी अरब में नौ, जिम्बाब्वे में सात, मलेशिया में पांच और जमैका में एक भारतीय नागरिक को फांसी की सजा मिल चुकी है. संयुक्त अरब अमीरात ने तो अब तक इस बात का खुलासा नहीं किया है कि कितने लोगों को फांसी की सजा हुई है, लेकिन रिपोर्ट्स की मानें तो पिछले पांच साल में वहां पर किसी को भी मृत्युदंड नहीं मिला है. लेकिन पिछले महीने यूएई ने तीन भारतीयों को फांसी की सजा दी है, जिनमें से एक उत्तर प्रदेश की शहजादी खान भी शामिल हैं. उस पर एक बच्ची की हत्या का मामला था. 

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