युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के तहत गांव समराय में चलाए जा रहे अवैध नशा मुक्ति केंद्र के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज

युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के तहत गांव समराय में चलाए जा रहे अवैध नशा मुक्ति केंद्र के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज

जालंधर, 25 अप्रैलः

‘‘युद्ध नशे के विरुद्ध’’ मुहिम के तहत डिप्टी कमिश्नर डा.हिमांशु अग्रवाल व पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर के नेतृत्व में सिविल प्रशासन व जिला पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए गांव समराय में अवैध ढंग से चलाए जा रहे नशा मुक्ति केंद्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।

फोन पर सीधे सूचना मिलने के बाद डिप्टी कमिश्नर ने तुरंत सिविल, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को छापेमारी करने के निर्देश दिए, जिसके चलते जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।

डिप्टी कमिश्नर डा.हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि इस अवैध नशा मुक्ति केंद्र में नशा मुक्ति के नाम पर 103 लोगों को अवैध तरीके से रखा गया था। उन्होंने बताया कि इन व्यक्तियों को नशा मुक्ति केंद्र से बचाया गया है। इस संयुक्त अभियान के दौरान 67 पैकेट अल्प्राजोलम टैबलेट और 100 पैकेट पैनाडोल सहित 2005 नशीली गोलियां बड़ी मात्रा में जब्त की गई।

अवैध रूप से नशा मुक्ति केंद्र चलाने के आरोप में नकोदर के सुखजीत सिंह, हरदोफराला के वरिंदर सिंह, लुधियाना के आशीष मेहरा, तरनतारन के मनिंदर सिंह और बठिंडा के मलकीत सिंह के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज की गई है। सभी संचालकों को नशा पुनर्वास केंद्र चलाने तथा जब्त की गई बड़ी मात्रा के संबंध में उचित दस्तावेज प्रस्तुत करने में विफल रहने के कारण हिरासत में लिया गया है।

डा.अग्रवाल ने बताया कि बचाए गए लोगों को रिहा करने से पहले आवश्यक मैडीकल जांच के लिए सिविल अस्पताल जालंधर लाया गया। इसके बाद इलाज के लिए सरकारी नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र भेज दिया गया। पंजाब सरकार द्वारा नशे के विरुद्ध अपनाई जा रही जीरो टॉलरेंस नीति की बात करते हुए कहा कि जिला प्रशासन पूरी ताकत के साथ जिले में नशे की जड़ों को उखाड़ने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के तहत जहां प्रशासन अवैध नशा मुक्ति केंद्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है, वही नशे पर निर्भर लोगों के पुनर्वास पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में अवैध नशा मुक्ति केन्द्रों को बंद करने के लिए निरंतर निगरानी की जाएगी।

डिप्टी कमिश्नर ने जिलावासियों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की सहायता व जानकारी के लिए जिला नशामुक्ति हेल्पलाइन नंबर 0181-2911969 का अधिक से अधिक उपयोग करें। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जिला निवासी नशे से संबंधित किसी भी तरह की गतिविधि की जानकारी पंजाब सरकार के व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9779-100-200 पर भी सांझा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं के व्यापार के संबंध में सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम व पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी तथा अवैध गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

 

यहां यह भी उल्लेखनीय है कि इससे पहले जिला प्रशासन ने ‘नशे के खिलाफ युद्ध’ अभियान के तहत जमशेर में चलाए जा रहे अवैध नशा मुक्ति केंद्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए 34 लोगों को छुड़ाया था।

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