क्या काम करते थे राजा रघुवंशी, जानें कितनी मिलती थी सैलरी?
इंदौर के राजा रघुवंशी की मेघालय में हुई हत्या में एक नया मोड़ आया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनकी हत्या में उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी का नाम सामने आया है. मेघालय पुलिस की जांच में यह खुलास हुआ है कि खुद सोनम ने हत्यारों को सुपारी देकर राजा रघुवंशी की हत्या करवाई है. पिछले कई दिनों से यह कपल्स लगातार सुर्खियों में था राजा की लाश मिलने के बाद यह अनुमान लगाया था कि शायद सोनम को शायद किनडैप कर लिया गया है, लेकिन यह मामला पूरी तरह उल्टा निकला. चलिए, आपको बताते हैं कि, राजा रघुवंशी कौन सा काम करते थे और उनको कितनी सैलरी मिलती थी.
क्या काम करते थे राजा रघुवंशी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राजा रघुवंशी इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी थे. आपको बता दें कि ट्रांसपोर्ट कारोबारी का मतलब होता है ऐसा व्यक्ति जो ट्रांसपोर्टेशन से जुड़ा व्यवसाय करता है. यानी लोगों या सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने की सेवा देकर पैसा कमाता है. यह एक तरह से प्राइवेट सर्विस होती है, जिसमें कितना काम हुआ उसी हिसाब से पैसे मिलते हैं. एक ट्रांसपोर्ट कारोबारी कितनी पैसा कमाता है यह उसके पास उपलब्ध वाहन या लॉजिस्टिक्स फर्म के हिसाब से डिसाइड होता है.
अभी तक क्या हुआ
20 मई को सोनम और राजा रघुवंशी हनीमून मनाने के लिए मेघालय आए हुए थे, जहां से दोनों के गायब होने की खबर आई थी. उसके बाद 2 जून को राजा का शव एक खड्डे में मिला और सोनम गायब बताई जा रही थी. 9 जून सोमवार को मेघालय की पुलिस के DGP एल. नोंग्रांग ने सोमवार को इस पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया पर जानकारी शेयर की थी, उन्होंने बताया था कि सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में नंदगंज थाने में सरेंडर किया है और हमले में शामिल तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने भी सोशल मीडिया पर मेघालय पुलिस की तारीफ की है.
कई मामले आ रहे सामने
पिछले कुछ महीनों में लगातार पति के हत्या करवाने के कई मामले निकलकर सामने आए हैं फिर चााहे वह निकिता का मामला हो या फिर सोनम का. कुछ मामलों में पत्नी का किसी और व्यक्ति से प्रेम संबंध होता है और वह पति को बाधा मानकर रास्ते से हटाना चाहती है. ऐसे में वो प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रच सकती है. पति द्वारा मारपीट, मानसिक उत्पीड़न, यौन शोषण या अन्य अत्याचार लंबे समय तक झेलने के बाद, कुछ महिलाएं बदले की भावना या आत्मरक्षा में हत्या का रास्ता चुनती हैं.