पहले पातशाह श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में, मंत्री अमन अरोड़ा के प्रयासों से भाई रणजीत सिंह ढडरियां ने ढडरियां गांव में सरकारी आईटीआई का किया शिलान्यास

पहले पातशाह श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में, मंत्री अमन अरोड़ा के प्रयासों से भाई रणजीत सिंह ढडरियां ने ढडरियां गांव में सरकारी आईटीआई का किया शिलान्यास


गांव ढडरियां, 5 नवंबर (000) – विधानसभा क्षेत्र सुनाम उधम सिंह वाला के विकास को नई दिशा देते हुए, पंजाब के कैबिनेट मंत्री श्री अमन अरोड़ा ने विशेष प्रयासों से गांव ढडरियां में सरकारी आईटीआई की स्थापना की स्वीकृति दिलाई। इस संस्थान की इमारत का शिलान्यास आज प्रसिद्ध धार्मिक हस्ती भाई रणजीत सिंह ढडरियां ने किया। इस अवसर पर मंत्री अमन अरोड़ा विशेष रूप से उपस्थित रहे।

भारी संख्या में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए भाई रणजीत सिंह ढडरियां ने कहा कि पिछले 75 वर्षों से विकास की दृष्टि से पिछड़ा यह इलाका अब तरक्की की नई राह पर अग्रसर है, जो शुभ संकेत है। उन्होंने संस्थान की स्वीकृति के लिए श्री अमन अरोड़ा का धन्यवाद किया और ग्रामीणों से अपील की कि वे प्रशासन का सहयोग कर इस परियोजना को समय पर पूरा कराएं। उन्होंने कहा कि पूर्ण मानव बनने के लिए ईश्वर का नाम स्मरण और विद्या अर्जन दोनों आवश्यक हैं।

समारोह को संबोधित करते हुए श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पहले पातशाह श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के अवसर पर पंजाब सरकार ने सुनाम उधम सिंह वाला क्षेत्र को एक बड़ा तोहफा दिया है। लगभग 13.54 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह संस्थान एक वर्ष के भीतर चालू करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके शुरू होने से क्षेत्र के विकास और युवाओं के लिए रोजगार व आत्मनिर्भरता के नए द्वार खुलेंगे।

उन्होंने बताया कि यह आईटीआई आधुनिक और उभरती तकनीकों से जुड़े पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण प्रदान करेगी, जिनकी रोजगार बाजार में बड़ी मांग है। यह संस्थान राज्यभर की आईटीआई में शुरू किए जाने वाले नए युग के पाठ्यक्रमों में लगभग 300 युवाओं को प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगा। इससे पंजाब के युवाओं को उद्योग, स्व-रोजगार और उद्यमिता से जोड़कर सशक्त बनाया जाएगा।

निर्माण पूर्ण होने के बाद यहां आधुनिक और समय की मांग के अनुरूप पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे, जिनमें ऐडिटिव मैन्युफैक्चरिंग टेक्नीशियन (3D प्रिंटिंग) – 1 वर्ष, सी एन सी मशीनिंग टेक्नीशियन – 2 वर्ष, इंडस्ट्रियल रोबोटिक्स और डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग टेक्नीशियन – 1 वर्ष, मैकेनिक (इलेक्ट्रिक व्हीकल) – 1 वर्ष, सोलर टेक्नीशियन (इलेक्ट्रिकल) – 1 वर्ष, टेक्सटाइल मेक्ट्रॉनिक्स *(पंजाब में पहली बार)* – 2 वर्ष, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्रामिंग असिस्टेंट *(पंजाब में पहली बार)* – 1 वर्ष शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि यह संस्थान आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों, विशेषकर 15 गांवों के लिए कौशल विकास केंद्र के रूप में कार्य करेगा और स्थानीय रोजगार सृजन व आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

इस अवसर पर भाई रणजीत सिंह ढडरियां और श्री अमन अरोड़ा का क्षेत्र की पंचायतों द्वारा विशेष सम्मान किया गया। कार्यक्रम में एस.डी.एम. श्री चरणजोत सिंह वालिया सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।